the-life-and-labour-of-nepali-sabar-hi

Purulia, West Bengal

Oct 04, 2024

नेपाली सबर की ज़िंदगी का ख़ून-पसीना

पश्चिम बंगाल के पुरुलिया ज़िले में सवर समुदाय अपनी आजीविका के लिए जंगल पर निर्भर है

Want to republish this article? Please write to [email protected] with a cc to [email protected]

Author

Umesh Solanki

उमेश सोलंकी अहमदाबाद के फ़ोटोग्राफ़र, रिपोर्टर, वृतचित्र निर्माता, उपन्यासकार और कवि हैं. उनके तीन कविता संग्रह, एक औपन्यासिक खंडकाव्य, एक उपन्यास और एक कथेतर आलेखों की पुस्तकें प्रकाशित हैं.

Editor

Pratishtha Pandya

प्रतिष्ठा पांड्या, पारी में बतौर वरिष्ठ संपादक कार्यरत हैं, और पारी के रचनात्मक लेखन अनुभाग का नेतृत्व करती हैं. वह पारी’भाषा टीम की सदस्य हैं और गुजराती में कहानियों का अनुवाद व संपादन करती हैं. प्रतिष्ठा गुजराती और अंग्रेज़ी भाषा की कवि भी हैं.

Translator

Shobha Shami

शोभा शमी दिल्ली में काम करने वाली एक मीडिया प्रोफ़ेशनल हैं. वह लगभग 10 सालों से देश-विदेश के अलग-अलग डिजिटल न्यूज़ रूम्स में काम करती रही हैं. वह जेंडर, मेंटल हेल्थ, और सिनेमा आदि विषयों पर विभिन्न वेबसाइट्स, ब्लॉग्स, और सोशल मीडिया प्लैटफ़ॉर्म्स पर लिखती हैं.