‘मैं गांधी और आंबेडकर में से किसी एक को क्यों चुनूं?’
पारी 15 अगस्त, 2023 को अपने पाठकों के लिए शोभाराम गहरवार की कहानी लेकर आया है, जिन्हें आज़ादी की लड़ाई के दौरान अंग्रेज़ों ने गोली मारकर घायल कर दिया था. राजस्थान के दलित समुदाय से ताल्लुक़ रखने वाले 98 वर्षीय शोभाराम दादा ख़ुद को गांधीवादी बताते हैं, डॉ. आंबेडकर के पक्के प्रशंसक हैं, और भूमिगत क्रांतिकारियों के दल का हिस्सा भी थे. साल 2022 में पेंगुइन द्वारा प्रकाशित पी. साईनाथ की किताब 'द लास्ट हीरोज़, फुटसोल्जर्स ऑफ़ इंडियाज़ फ्रीडम' से एक अंश
पी. साईनाथ, पीपल्स ऑर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के संस्थापक संपादक हैं. वह दशकों से ग्रामीण भारत की समस्याओं की रिपोर्टिंग करते रहे हैं और उन्होंने ‘एवरीबडी लव्स अ गुड ड्रॉट’ तथा 'द लास्ट हीरोज़: फ़ुट सोल्ज़र्स ऑफ़ इंडियन फ़्रीडम' नामक किताबें भी लिखी हैं.
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Devesh
देवेश एक कवि, पत्रकार, फ़िल्ममेकर, और अनुवादक हैं. वह पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के हिन्दी एडिटर हैं और बतौर ‘ट्रांसलेशंस एडिटर: हिन्दी’ भी काम करते हैं.