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Nandurbar, Maharashtra

Jul 06, 2024

रुखाबाई की बिहौती साड़ी और बक्से में बंद मिट्टी के बर्तन

महाराष्ट्र के नंदुरबार ज़िले की एक बुज़ुर्ग भील आदिवासी महिला साड़ी के ज़रिए अपने जीवन की दास्तान सुनाती हैं

Author

Jyoti

Translator

Devesh

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Author

Jyoti

ज्योति, पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया की सीनियर रिपोर्टर हैं; वह पहले ‘मी मराठी’ और ‘महाराष्ट्र1’ जैसे न्यूज़ चैनलों के साथ काम कर चुकी हैं.

Editor

Vishaka George

विशाखा जॉर्ज, पूर्व में पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया की सीनियर एडिटर रह चुकी हैं, और आजीविका व पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर लिखती थीं. इसके अलावा, विशाखा ने 2017-2025 तक पारी सोशल मीडिया की अगुवाई की, और पारी एजुकेशन टीम के साथ मिलकर पारी की कहानियों को कक्षाओं में पढ़ाई का हिस्सा बनाने और छात्रों को तमाम मुद्दों पर लिखने में मदद की.

Translator

Devesh

देवेश एक कवि, पत्रकार, फ़िल्ममेकर, और अनुवादक हैं. वह पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के हिन्दी एडिटर हैं और बतौर ‘ट्रांसलेशंस एडिटर: हिन्दी’ भी काम करते हैं.