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Sheopur, Madhya Pradesh

Feb 11, 2024

‘सुन लो कि अभी मैं ज़िंदा हूं’

एक कवि और शिक्षक, जिन्होंने अपनी ज़िंदगी दलित-आदिवासी समुदायों के विस्थापित बच्चों के नाम कर दी है, इस नज़्म में उनका साझा दुःख बयान करते हैं

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Syed Merajuddin

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PARI Desk

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Labani Jangi

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Syed Merajuddin

सैयद मेराजुद्दीन कवि और शिक्षक हैं. वह मध्य प्रदेश के आगरा में रहते हैं, और आधारशिला शिक्षा समिति के सह-संस्थापक और सचिव हैं. यह संगठन विस्थापन से जूझते और अब कूनो नेशनल पार्क के बाहरी इलाक़े में रहते आदिवासी व दलित समुदायों के बच्चों के लिए उच्च माध्यमिक विद्यालय चलाता है.

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Labani Jangi

लाबनी जंगी साल 2020 की पारी फ़ेलो हैं. वह पश्चिम बंगाल के नदिया ज़िले की एक कुशल पेंटर हैं, और उन्होंने इसकी कोई औपचारिक शिक्षा नहीं हासिल की है. लाबनी, कोलकाता के 'सेंटर फ़ॉर स्टडीज़ इन सोशल साइंसेज़' से मज़दूरों के पलायन के मुद्दे पर पीएचडी लिख रही हैं.

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