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Jehanabad, Bihar

Aug 02, 2023

शराबबंदी क़ानून के तहत मिल रही मुसहर होने की सज़ा?

जहानाबाद ज़िले में, हाशिए पर बसर करते मुसहरों को ही शराबबंदी से जुड़े मामलों में निशाना बनाया जाता है. इसके बाद चलने वाली क़ानूनी लड़ाई काफ़ी महंगी होती है और इसका बोझ पूरे परिवार को उठाना पड़ता है

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Author

Umesh Kumar Ray

उमेश कुमार राय साल 2022 के पारी फेलो हैं. वह बिहार स्थित स्वतंत्र पत्रकार हैं और हाशिए के समुदायों से जुड़े मुद्दों पर लिखते हैं.

Editor

Devesh

देवेश एक कवि, पत्रकार, फ़िल्ममेकर, और अनुवादक हैं. वह पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के हिन्दी एडिटर हैं और बतौर ‘ट्रांसलेशंस एडिटर: हिन्दी’ भी काम करते हैं.