my-mother-and-her-life-of-struggle-hi

Tirunelveli, Tamil Nadu

Sep 20, 2025

मेरी मां का जीवन: गोया संघर्षों की दास्तान…

तमिलनाडु के एक सरकारी मॉडल स्कूल में पढ़ने वाली 16 साल की एक लड़की के हाथों में जब पहली बार कैमरा आया, तो उसने अपनी मां के रोज़मर्रा के जीवन की तस्वीरें खींचीं. यह उनकी फ़ोटो स्टोरी है

Photo Editor

M. Palani Kumar

Translator

Pratima

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Author

Keerthi S.

कीर्ति एस., तमिलनाडु के तेनकासी ज़िले के सरकारी मॉडल स्कूल में कक्षा 12 की छात्र हैं, और फ़ोटोग्राफ़ी उनका जुनून है.
 

Editor

Pratishtha Pandya

प्रतिष्ठा पांड्या, पारी में बतौर वरिष्ठ संपादक कार्यरत हैं, और पारी के रचनात्मक लेखन अनुभाग का नेतृत्व करती हैं. वह पारी’भाषा टीम की सदस्य हैं और गुजराती में कहानियों का अनुवाद व संपादन करती हैं. प्रतिष्ठा गुजराती और अंग्रेज़ी भाषा की कवि भी हैं.

Photo Editor

M. Palani Kumar

एम. पलनी कुमार पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के स्टाफ़ फोटोग्राफर हैं. वह अपनी फ़ोटोग्राफ़ी के माध्यम से मेहनतकश महिलाओं और शोषित समुदायों के जीवन को रेखांकित करने में दिलचस्पी रखते हैं. पलनी को साल 2021 का एम्प्लीफ़ाई ग्रांट और 2020 का सम्यक दृष्टि तथा फ़ोटो साउथ एशिया ग्रांट मिल चुका है. साल 2022 में उन्हें पहले दयानिता सिंह-पारी डॉक्यूमेंट्री फ़ोटोग्राफी पुरस्कार से नवाज़ा गया था. पलनी फ़िल्म-निर्माता दिव्य भारती की तमिल डॉक्यूमेंट्री ‘ककूस (शौचालय)' के सिनेमेटोग्राफ़र भी थे. यह डॉक्यूमेंट्री तमिलनाडु में हाथ से मैला साफ़ करने की प्रथा को उजागर करने के उद्देश्य से बनाई गई थी.

Translator

Pratima

प्रतिमा एक काउन्सलर हैं और बतौर फ़्रीलांस अनुवादक भी काम करती हैं.