नांदेड़ के प्रवासी मज़दूर: न सिर पर छत, न पीने को पानी
अगर आप महाराष्ट्र के इस शहर में प्रवासी मज़दूर हैं, तो यहां सबसे बुनियादी ज़रूरत पानी को हासिल करना एक चुनौती होती है. लोग यहां हाशिए के समुदायों को लेकर सशंकित रहते हैं और संसाधन व सार्वजनिक जगहें साझा नहीं करना चाहते
प्रकाश रणसिंह, पुणे के सोसाइटी फ़ॉर प्रमोटिंग पार्टिसिपेटिव इकोसिस्टम मैनेजमेंट (एसओपीपीईसीओएम) में रिसर्च असोसिएट हैं.
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Medha Kale
मेधा काले पुणे में रहती हैं और महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे पर काम करती रही हैं. वह पारी के लिए मराठी एडिटर के तौर पर काम कर रही हैं.
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Priti David
प्रीति डेविड, पारी की कार्यकारी संपादक हैं. वह मुख्यतः जंगलों, आदिवासियों और आजीविकाओं पर लिखती हैं. वह पारी के एजुकेशन सेक्शन का नेतृत्व भी करती हैं. वह स्कूलों और कॉलेजों के साथ जुड़कर, ग्रामीण इलाक़ों के मुद्दों को कक्षाओं और पाठ्यक्रम में जगह दिलाने की दिशा में काम करती हैं.
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Ajay Sharma
अजय शर्मा एक स्वतंत्र लेखक, संपादक, मीडिया प्रोड्यूसर और अनुवादक हैं.