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Kargil, Ladakh, Jammu and Kashmir

Nov 14, 2023

द्रास: सरकारी पचड़ों में उलझी बच्चों की पढ़ाई

साल 2019 के बाद से, जम्मू-कश्मीर से लदाख (अब दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश) की ओर पलायन करने वाले ख़ानाबदोश चरवाहों के बच्चों को स्कूली शिक्षा व्यवस्था द्वारा अनदेखा किया जा रहा है, जो सीमा से जुड़े सरकारी पचड़ों में फंसी हुई है

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Author

Muzamil Bhat

मुज़मिल भट, श्रीनगर के स्वतंत्र फ़ोटो-पत्रकार व फ़िल्मकार हैं, और साल 2022 के पारी फ़ेलो रह चुके हैं.

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पारी डेस्क हमारे संपादकीय कामकाज की धुरी है. यह टीम देश भर में सक्रिय पत्रकारों, शोधकर्ताओं, फ़ोटोग्राफ़रों, फ़िल्म निर्माताओं और अनुवादकों के साथ काम करती है. पारी पर प्रकाशित किए जाने वाले लेख, वीडियो, ऑडियो और शोध रपटों के उत्पादन और प्रकाशन का काम पारी डेस्क ही संभालता है.

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प्रतिमा एक काउन्सलर हैं और बतौर फ़्रीलांस अनुवादक भी काम करती हैं.