iswaraya-takes-centre-stage-hi

Vellore, Tamil Nadu

Apr 08, 2025

‘दुख तो जीवन का हिस्सा भर है’

ऐश्वर्या वेल्लूर ज़िले की तिरुनंगई या ट्रांसजेंडर महिला हैं, जो अपने लिए एक सम्मानजनक और गरिमापूर्ण जीवन की तलाश में हैं. यह उनके द्वारा एक नाटक मंडली की शुरुआत और सफलतापूर्वक संचालन के मार्ग में आने वाली बाधाओं से निरंतर जूझने की कहानी है

Want to republish this article? Please write to [email protected] with a cc to [email protected]

Author

Poongodi Mathiarasu

पूनगोडी मतियारासु, तमिलनाडु के लोक कलाकार हैं, और ग्रामीण लोक कलाकारों और एलजीबीटीक्यूआईए+ समुदाय के साथ काम करते हैं.

Editor

Pratishtha Pandya

प्रतिष्ठा पांड्या, पारी में बतौर वरिष्ठ संपादक कार्यरत हैं, और पारी के रचनात्मक लेखन अनुभाग का नेतृत्व करती हैं. वह पारी’भाषा टीम की सदस्य हैं और गुजराती में कहानियों का अनुवाद व संपादन करती हैं. प्रतिष्ठा गुजराती और अंग्रेज़ी भाषा की कवि भी हैं.

Photographs

Akshara Sanal

अक्षरा सनल, चेन्नई की फ्रीलांस फ़ोटोजर्नलिस्ट हैं. उन्हें अवाम से जुड़ी कहानियों पर काम करना अच्छा लगता है.

Translator

Prabhat Milind

प्रभात मिलिंद, शिक्षा: दिल्ली विश्विद्यालय से एम.ए. (इतिहास) की अधूरी पढाई, स्वतंत्र लेखक, अनुवादक और स्तंभकार, विभिन्न विधाओं पर अनुवाद की आठ पुस्तकें प्रकाशित और एक कविता संग्रह प्रकाशनाधीन.