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Mumbai, Maharashtra

Sep 30, 2023

भाषा की नदी पर अनुवाद का पुल

पारी में प्रकाशित हर स्टोरी का 14 भारतीय भाषाओं में अनुवाद किया जाता है. लेकिन अनुवाद के इस काम में अनुवादकों को जितना आनंद आता है उतनी ही मुश्किलें भी झेलनी पड़ती है. इस बार 30 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय अनुवाद दिवस के अवसर पर, भारतीय भाषाओं के संपादकों की टीम उन्हीं खट्टे-मीठे अनुभवों को हमारे साथ साझा कर रही है

Translator

Devesh

Illustrations

Labani Jangi

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Author

PARIBhasha Team

पारीभाषा, भारतीय भाषाओं से जुड़ा हमारा एक अनूठा कार्यक्रम है, जिसकी मदद से बहुत सी भारतीय भाषाओं में पारी में रिपोर्टिंग की जाती है और स्टोरी का अनुवाद किया जाता है. पारी पर प्रकाशित होने वाली हर कहानी के सफ़र में अनुवाद की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. संपादकों, अनुवादकों और वालंटियर्स की हमारी टीम देश की विविध भाषाओं और संस्कृतियों का प्रतिनिधित्व करती है, और साथ ही यह सुनिश्चित करती है कि पारी की कहानियां समाज के अंतिम पायदान पर खड़े उन लोगों तक पहुंच सकें जिनके बारे में वे कही गई हैं.

Illustrations

Labani Jangi

लाबनी जंगी साल 2020 की पारी फ़ेलो हैं. वह पश्चिम बंगाल के नदिया ज़िले की एक कुशल पेंटर हैं, और उन्होंने इसकी कोई औपचारिक शिक्षा नहीं हासिल की है. लाबनी, कोलकाता के 'सेंटर फ़ॉर स्टडीज़ इन सोशल साइंसेज़' से मज़दूरों के पलायन के मुद्दे पर पीएचडी लिख रही हैं.

Translator

Devesh

देवेश एक कवि, पत्रकार, फ़िल्ममेकर, और अनुवादक हैं. वह पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के हिन्दी एडिटर हैं और बतौर ‘ट्रांसलेशंस एडिटर: हिन्दी’ भी काम करते हैं.