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Kancheepuram, Tamil Nadu

Oct 08, 2025

सेम्मांजेरी: ‘हमारे यहां हर साल सुनामी आता है’

जब 25-26 नवंबर को चक्रवात निवार तमिलनाडु के तट से टकराया, तब सेम्मांजेरी भी डूब गया - लेकिन इस निम्न-आय वाले इलाक़े में, जहां शहरी परियोजनाओं के कारण विस्थापित हुए लोग रहते हैं, इस तरह की बाढ़ आना आम बात बन चुकी है

Translator

Piyusha V.

Text Editor

Sharmila Joshi

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Author

M. Palani Kumar

एम. पलनी कुमार पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के स्टाफ़ फोटोग्राफर हैं. वह अपनी फ़ोटोग्राफ़ी के माध्यम से मेहनतकश महिलाओं और शोषित समुदायों के जीवन को रेखांकित करने में दिलचस्पी रखते हैं. पलनी को साल 2021 का एम्प्लीफ़ाई ग्रांट और 2020 का सम्यक दृष्टि तथा फ़ोटो साउथ एशिया ग्रांट मिल चुका है. साल 2022 में उन्हें पहले दयानिता सिंह-पारी डॉक्यूमेंट्री फ़ोटोग्राफी पुरस्कार से नवाज़ा गया था. पलनी फ़िल्म-निर्माता दिव्य भारती की तमिल डॉक्यूमेंट्री ‘ककूस (शौचालय)' के सिनेमेटोग्राफ़र भी थे. यह डॉक्यूमेंट्री तमिलनाडु में हाथ से मैला साफ़ करने की प्रथा को उजागर करने के उद्देश्य से बनाई गई थी.

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Sharmila Joshi

शर्मिला जोशी, पूर्व में पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के लिए बतौर कार्यकारी संपादक काम कर चुकी हैं. वह एक लेखक व रिसर्चर हैं और कई दफ़ा शिक्षक की भूमिका में भी होती हैं.

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Piyusha V.

पीयूषा वी. हक़दर्शक से जुड़ी रह चुकी हैं, जहां वे भारत की समाज कल्याण योजनाओं की पहुंच और लाभार्थियों पर उनके प्रभाव को समझने की दिशा में काम करती थीं.