in-bhandara-a-series-of-strange-and-unfortunate-events-hi

Bhandara, Maharashtra

Apr 23, 2024

पलायन रुकता न रुकती हैं मौतें, किसकी ख़ातिर ये चुनाव हैं होते

महाराष्ट्र के भंडारा ज़िले के युवा पलायन करने को मजबूर हैं, क्योंकि गांवों में उनके लिए कोई काम नहीं बचा है. आम चुनाव 2024 उनके लिए दूर की कौड़ी की तरह हैं

Want to republish this article? Please write to [email protected] with a cc to [email protected]

Author

Jaideep Hardikar

जयदीप हार्दिकर, नागपुर स्थित पत्रकार-लेखक हैं और पारी की कोर टीम के सदस्य भी हैं.

Editor

Sarbajaya Bhattacharya

सर्वजया भट्टाचार्य, पारी के लिए बतौर सीनियर असिस्टेंट एडिटर काम करती हैं. वह एक अनुभवी बांग्ला अनुवादक हैं. कोलकाता की रहने वाली सर्वजया शहर के इतिहास और यात्रा साहित्य में दिलचस्पी रखती हैं.

Translator

Ajay Sharma

अजय शर्मा एक स्वतंत्र लेखक, संपादक, मीडिया प्रोड्यूसर और अनुवादक हैं.