if-democracy-is-lost-all-marginalised-communities-lose-hi

Bengaluru, Karnataka

May 17, 2024

‘लोकतंत्र की हार में है वंचितों की हार’

जब क्वियर समुदाय के सदस्य 2024 के आम चुनावों में प्रचार के लिए निकले, तो सत्ताधारी पक्ष के समर्थकों ने उनके साथ धक्का-मुक्की की और उनके साथ-साथ उन पत्रकारों को भी धमकाया जो वहां घटना को कवर करने आए थे

Editor

PARI Desk

Translator

Prabhat Milind

Want to republish this article? Please write to [email protected] with a cc to [email protected]

Editor

PARI Desk

पारी डेस्क हमारे संपादकीय कामकाज की धुरी है. यह टीम देश भर में सक्रिय पत्रकारों, शोधकर्ताओं, फ़ोटोग्राफ़रों, फ़िल्म निर्माताओं और अनुवादकों के साथ काम करती है. पारी पर प्रकाशित किए जाने वाले लेख, वीडियो, ऑडियो और शोध रपटों के उत्पादन और प्रकाशन का काम पारी डेस्क ही संभालता है.

Author

Sweta Daga

स्वेता डागा, बेंगलुरु स्थित लेखक और फ़ोटोग्राफ़र हैं और साल 2015 की पारी फ़ेलो भी रह चुकी हैं. वह मल्टीमीडिया प्लैटफ़ॉर्म के साथ काम करती हैं, और जलवायु परिवर्तन, जेंडर, और सामाजिक असमानता के मुद्दों पर लिखती हैं.

Translator

Prabhat Milind

प्रभात मिलिंद, शिक्षा: दिल्ली विश्विद्यालय से एम.ए. (इतिहास) की अधूरी पढाई, स्वतंत्र लेखक, अनुवादक और स्तंभकार, विभिन्न विधाओं पर अनुवाद की आठ पुस्तकें प्रकाशित और एक कविता संग्रह प्रकाशनाधीन.