हाथ से बने सूपों की घटती मांग के बावजूद, कृष्णा रानी अब भी छज बनाने की कला को ज़िंदा रखे हुए हैं. यह पारंपरिक कला उनके परिवार में दशकों से चली आ रही है. लेकिन पंजाब के फाज़िल्का ज़िले में लू के कारण उन्हें अपने काम में नई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है