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Chhindwara, Madhya Pradesh

May 14, 2025

‘गोंडी भाषा ही अपनी जाति और धर्म है’

मध्यप्रदेश के लोनादेई गांव के गोंड समुदाय के लिए उनकी मातृभाषा सिर्फ़ उनकी ज़बान नहीं है, बल्कि उनकी पहचान है. लेकिन इस पहचान की बुनियाद अब हिलती दिखाई देती है

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Author

Pallavi Chaturvedi

पल्लवी चतुर्वेदी एक स्वतंत्र अनुवादक व लेखक हैं और अंग्रेज़ी व हिन्दी भाषा में अनुवाद का काम करती हैं. वह एक अनुभवी शिक्षक और भाषा प्रशिक्षक भी हैं, और बीते एक साल से किशोरों और युवाओं के लिए साहित्य लेखन कर रही हैं.

Editor

Sangeeta Menon

संगीता मेनन, मुंबई स्थित लेखक, संपादक और कम्युनिकेशन कंसल्टेंट हैं.

Photographs

Ritu Sharma

ऋतु शर्मा, पारी के लिए लुप्तप्राय भाषाओं की सीनियर असिस्टेंट एडिटर के तौर पर काम करती हैं. उन्होंने भाषा विज्ञान में परास्नातक की पढ़ाई है, और भारत में बोली जाने वाली भाषाओं को संरक्षित और पुनर्जीवित करने की दिशा में कार्यरत हैं.

Translator

Prabhat Milind

प्रभात मिलिंद, शिक्षा: दिल्ली विश्विद्यालय से एम.ए. (इतिहास) की अधूरी पढाई, स्वतंत्र लेखक, अनुवादक और स्तंभकार, विभिन्न विधाओं पर अनुवाद की आठ पुस्तकें प्रकाशित और एक कविता संग्रह प्रकाशनाधीन.