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Kachchh, Gujarat

Sep 13, 2025

कच्छ की बेचैन लहरों में फंसे मछुआरे…

कच्छ की धरती से एक लोकगीत, जो मछुआरिनों की बात करता है

Series Curator

Pratishtha Pandya

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Labani Jangi

Translator

Devesh

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Series Curator

Pratishtha Pandya

प्रतिष्ठा पांड्या, पारी में बतौर वरिष्ठ संपादक कार्यरत हैं, और पारी के रचनात्मक लेखन अनुभाग का नेतृत्व करती हैं. वह पारी’भाषा टीम की सदस्य हैं और गुजराती में कहानियों का अनुवाद व संपादन करती हैं. प्रतिष्ठा गुजराती और अंग्रेज़ी भाषा की कवि भी हैं.

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Labani Jangi

लाबनी जंगी, पश्चिम बंगाल के नदिया ज़िले की एक कुशल पेंटर हैं, और उन्होंने इसकी कोई औपचारिक शिक्षा नहीं हासिल की है. साल 2020 में पारी फ़ेलो रह चुकीं लाबनी को साल 2025 में प्रथम टीएम कृष्णा-पारी पुरस्कार से सम्मानित किया गया. लाबनी ने कोलकाता के 'सेंटर फ़ॉर स्टडीज़ इन सोशल साइंसेज़' से मज़दूरों के पलायन के मुद्दे पर पीएचडी की है.

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Devesh

देवेश एक कवि, पत्रकार, फ़िल्ममेकर, और अनुवादक हैं. वह पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के हिन्दी एडिटर हैं और बतौर ‘ट्रांसलेशंस एडिटर: हिन्दी’ भी काम करते हैं.