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Balangir, Odisha

Jul 14, 2023

मुआवजा पाने की कठिन प्रक्रिया में पिसते ईंट भट्ठा मज़दूर

ओडिशा से काम की तलाश में अन्य राज्यों में पलायन करने वाले प्रवासी मज़दूर सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के तहत विभिन्न सुविधाओं के हक़दार होते हैं, लेकिन उन्हें हासिल करने की प्रक्रिया बेहद मुश्किल होती है और इसके लिए अंतहीन इंतज़ार भी करना पड़ जाता है

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Author

Anil Sharma

अनिल शर्मा ओडिशा के कन्ताबंजी शहर में स्थित एक वकील, और प्रधान मंत्री ग्रामीण विकास फेलो योजना, ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार के पूर्व फेलो हैं।

Editor

S. Senthalir

एस. सेंतलिर, पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया में बतौर सहायक संपादक कार्यरत हैं, और साल 2020 में पारी फ़ेलो रह चुकी हैं. वह लैंगिक, जातीय और श्रम से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर लिखती रही हैं. इसके अलावा, सेंतलिर यूनिवर्सिटी ऑफ़ वेस्टमिंस्टर में शेवनिंग साउथ एशिया जर्नलिज्म प्रोग्राम के तहत साल 2023 की फ़ेलो हैं.

Translator

Gayatri Yadav

गायत्री ने दिल्ली विश्वविद्यालय से हिन्दी साहित्य में एमए किया है. वह तमाम मीडिया संस्थानों के लिए जेंडर से जुड़े मसलों पर लिखती हैं.