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Majuli, Assam

Nov 30, 2024

रेशम का करघा और बुनकर का सपना

रेशम कीट पालन और सिल्क उत्पादन असम में लंबे समय से एक महत्त्वपूर्ण आजीविका रही है. यहां माजुली में, एरी सिल्क की मांग काफ़ी ज़्यादा है, जिसका भविष्य मशीन निर्मित सस्ते सिल्क की वजह से ख़तरे में पड़ गया है

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Author

Prakash Bhuyan

प्रकाश भुयां, असम के एक कवि और फ़ोटोग्राफ़र हैं. वह साल 2022-23 के एमएमएफ़-पारी फ़ेलो हैं और असम के माजुली की कला व शिल्प परंपराओं पर काम कर रहे हैं.

Editor

Swadesha Sharma

स्वदेशा शर्मा, पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया में रिसर्चर और कॉन्टेंट एडिटर के रूप में कार्यरत हैं. वह स्वयंसेवकों के साथ मिलकर पारी लाइब्रेरी पर प्रकाशन के लिए संसाधनों का चयन करती हैं.

Translator

Devesh

देवेश एक कवि, पत्रकार, फ़िल्ममेकर, और अनुवादक हैं. वह पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के हिन्दी एडिटर हैं और बतौर ‘ट्रांसलेशंस एडिटर: हिन्दी’ भी काम करते हैं.