हमारे-पास-घर-पर-रहने-के-लिए-घर-नहीं-है

Palghar, Maharashtra

Sep 02, 2020

‘घर पर रहने के लिए हमारे पास घर ही नहीं है’

महाराष्ट्र के ख़ानाबदोश पशुपालक धनगर परिवारों के इस समूह के लिए, लॉकडाउन कई समस्याएं लेकर आया. भेड़ की बिक्री कम हो गई, गांव के मैदानों में जाने पर पाबंदी लगने लगी, और राशन ख़त्म होने लगा, लेकिन वे भरसक कोशिश कर रहे हैं कि आगे बढ़ते रहें

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Author

Shraddha Agarwal

श्रद्धा अग्रवाल 'पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया (पारी)' के लिए बतौर रिपोर्टर और कॉन्टेंट एडिटर काम करती हैं.

Translator

Qamar Siddique

क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।

Editor

Sharmila Joshi

शर्मिला जोशी, पूर्व में पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के लिए बतौर कार्यकारी संपादक काम कर चुकी हैं. वह एक लेखक व रिसर्चर हैं और कई दफ़ा शिक्षक की भूमिका में भी होती हैं.