ये उत्तरी सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थित लद्दाख के गड़ेरियों, जलवायु परिवर्तन का सामना करने वाले लोगों, पर्वती इलाकों में सड़क बनाने वाले प्रवासी मज़दूरों, पहाड़ की ऊंचाई पर स्थित गांव के बुनकरों, करगिल में महिलाओं द्वारा चलाए जा रहे एक बाज़ार, युद्ध से क्षतिग्रस्त एलओसी के पास की एक बस्ती जो अब एक संग्रहालय का रूप धारण कर चुकी है; और कश्मीर के श्रीनगर में कपड़े की रंगाई करने वाले पारंपरिक मज़दूर, तथा बडगाम के दुखद हालात के बारे में पारी (PARI) पर प्रकाशित कुछ लेख हैं