पढ़ने-की-उम्र-में-पेट-पालने-की-मजबूरी

Tarn Taran, Punjab

Jan 18, 2023

पढ़ने की उम्र में पेट पालने की मजबूरी

पंजाब के तरन तारन ज़िले में फलों के बाग़ों की रखवाली का ज़िम्मा सूरज बहरदार जैसे प्रवासी मज़दूरों पर होता है. काम के बारे में कोई जानकारी न होने के बावजूद 15 साल का यह किशोर बिहार से यहां आया था और बेहद ख़राब परिस्थितियों में काम करने को मजबूर था

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Author

Kamaljit Kaur

कमलजीत कौर, पंजाब की रहने वाली हैं और एक स्वतंत्र अनुवादक हैं. उन्होंने पंजाबी साहित्य में एमए किया है. कमलजीत समता और समानता की दुनिया में विश्वास करती हैं, और इसे संभव बनाने की दिशा में प्रयासरत हैं.

Editor

Devesh

देवेश एक कवि, पत्रकार, फ़िल्ममेकर, और अनुवादक हैं. वह पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के हिन्दी एडिटर हैं और बतौर ‘ट्रांसलेशंस एडिटर: हिन्दी’ भी काम करते हैं.