पहाड़ों का चुनावी मुद्दा: राजमार्ग नहीं, रास्ते की चाह
उत्तराखंड के अधिक ऊंचाई वाले पहाड़ी गांवों में जिन्हें खच्चरों वाले मार्ग से मीलों पैदल चलना पड़ता है, वे उस राजनीतिक पार्टी का नाम पूछते हैं जो लंबे समय से अधूरी पड़ी सड़क के निर्माण का काम पूरा कराएगी, ताकि वे 11 अप्रैल को उस पार्टी को वोट देकर उसे सत्ता में पहुंचाएं