न-बारिश-का-भरोसा-है-न-सरकार-से-कोई-उम्मीद

Ahmednagar, Maharashtra

Apr 06, 2023

‘न बारिश का भरोसा है, न सरकार से कोई उम्मीद’

बेमौसम व भारी बरसात चरवाहों के लिए बड़े नुक़सान का कारण बनती है. मार्च 2023 की शुरुआत में जब अचानक महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में बादल गरजे और बिजली चमकी, तो लोगों के मन में कुछ साल पहले अहमदनगर ज़िले में आई बाढ़ की स्मृतियां ताज़ा हो गईं

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Author

Jitendra Maid

जितेंद्र मैड एक स्वतंत्र पत्रकार हैं और वाचिक परंपराओं पर शोध करते रहे हैं. उन्होंने कुछ साल पहले पुणे के सेंटर फ़ॉर कोऑपरेटिव रिसर्च इन सोशल साइंसेज़ में गी पॉइटवां और हेमा राइरकर के साथ रिसर्च कोऑर्डिनेटर के तौर पर काम किया था.

Editor

Siddhita Sonavane

सिद्धिता सोनावने एक पत्रकार हैं और पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया में बतौर कंटेंट एडिटर कार्यरत हैं. उन्होंने अपनी मास्टर्स डिग्री साल 2022 में मुम्बई के एसएनडीटी विश्वविद्यालय से पूरी की थी, और अब वहां अंग्रेज़ी विभाग की विज़िटिंग फैकल्टी हैं.

Translator

Seet Mishra

सीत मिश्रा एक लेखक हैं, और बतौर फ्रीलांस अनुवादक भी काम करती है.