दवाइयों-के-बदले-वे-मेरा-बदन-टटोलते-हैं

North West Delhi, National Capital Territory of Delhi

Feb 21, 2022

‘दवाओं के बदले वे मेरा बदन टटोलते हैं’

यौनकर्मियों को अस्पताल के कर्मचारियों का शोषण झेलना पड़ता है, उन्हें अपमानित किया जाता है, उनकी गोपनीयता का उल्लंघन होता है. देश की राजधानी में रहते हुए भी, धारणाओं के बोझ तले दबकर वे स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित रह जाती हैं. अब महामारी ने उन्हें और भी हाशिए पर ढकेल दिया है

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Priyanka Borar

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Shobha Shami

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Author

Shalini Singh

शालिनी सिंह, काउंटरमीडिया ट्रस्ट की एक संस्थापक ट्रस्टी हैं, जो पारी को संचालन करती है. वह दिल्ली में रहने वाली पत्रकार हैं और पर्यावरण, जेंडर और संस्कृति से जुड़े मुद्दों पर लिखती हैं. उन्हें हार्वर्ड विश्वविद्यालय की ओर से पत्रकारिता के लिए साल 2017-2018 की नीमन फ़ेलोशिप भी मिल चुकी है.

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Priyanka Borar

प्रियंका बोरार न्यू मीडिया की कलाकार हैं, जो अर्थ और अभिव्यक्ति के नए रूपों की खोज करने के लिए तकनीक के साथ प्रयोग कर रही हैं. वह सीखने और खेलने के लिए, अनुभवों को डिज़ाइन करती हैं. साथ ही, इंटरैक्टिव मीडिया के साथ अपना हाथ आज़माती हैं, और क़लम तथा कागज़ के पारंपरिक माध्यम के साथ भी सहज महसूस करती हैं व अपनी कला दिखाती हैं.

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Shobha Shami

शोभा शमी दिल्ली में काम करने वाली एक मीडिया प्रोफ़ेशनल हैं. वह लगभग 10 सालों से देश-विदेश के अलग-अलग डिजिटल न्यूज़ रूम्स में काम करती रही हैं. वह जेंडर, मेंटल हेल्थ, और सिनेमा आदि विषयों पर विभिन्न वेबसाइट्स, ब्लॉग्स, और सोशल मीडिया प्लैटफ़ॉर्म्स पर लिखती हैं.