तानुबाई-गोविलकर-जंभाली-की-वाकल-बनाने-वाली-आख़िरी-कारीगर

Kolhapur district, Maharashtra

May 02, 2022

तानुबाई गोविलकर: जंभाली की वाकल बनाने वाली आख़िरी कारीगर

महाराष्ट्र के कोल्हापुर ज़िले की तानुबाई गोविलकर ने हाथ से रजाई बनाने के कठिन और बारीक काम में पारंगत होने में अपने जीवन के छह से भी अधिक दशक व्यतीत कर दिए हैं. अपने स्वास्थ्य के जर्जर होते जाने के बाद भी उन्होंने इस लुप्त होती पारंपरिक दक्षता को अब तक जीवित बचाए रखा है

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Reporter

Sanket Jain

संकेत जैन, महाराष्ट्र के कोल्हापुर में रहने वाले पत्रकार हैं. वह पारी के साल 2022 के सीनियर फेलो हैं, और पूर्व में साल 2019 के फेलो रह चुके हैं.

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संगीता मेनन, मुंबई स्थित लेखक, संपादक और कम्युनिकेशन कंसल्टेंट हैं.

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बिनाइफ़र भरूचा, मुंबई की फ़्रीलांस फ़ोटोग्राफ़र हैं, और पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया में बतौर फ़ोटो एडिटर काम करती हैं.

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Prabhat Milind

प्रभात मिलिंद, शिक्षा: दिल्ली विश्विद्यालय से एम.ए. (इतिहास) की अधूरी पढाई, स्वतंत्र लेखक, अनुवादक और स्तंभकार, विभिन्न विधाओं पर अनुवाद की आठ पुस्तकें प्रकाशित और एक कविता संग्रह प्रकाशनाधीन.