ढाक और ढाकियों के होने से जुड़ी है दुर्गा पूजा की रौनक
11 अक्टूबर से दुर्गा पूजा शुरू हो रही है और अगरतला के ढाकियों के ड्रम अभी से बजने लगे हैं. साल के बाक़ी समय में ये ढाकी रिक्शा चलाते हैं, ठेला लगाते हैं या फेरीवाले, किसान, प्लंबर, और इलेक्ट्रिशियन के रूप में काम करते हैं
सायनदीप रॉय, त्रिपुरा के अगरतला के एक फ़्रीलांस फ़ोटोग्राफर हैं और संस्कृति व समाज से जुड़ी स्टोरी पर काम करते हैं. वह 'ब्लिंक' में बतौर एडिटर काम करते हैं.
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प्रतिमा एक काउन्सलर हैं और बतौर फ़्रीलांस अनुवादक भी काम करती हैं.