झारखंड-झोला-छाप-डॉक्टरों-के-भरोसे-छूटा-स्वास्थ्य-सेवाओं-का-संसार

Pashchimi Singhbhum, Jharkhand

Feb 04, 2022

झारखंड: 'झोला-छाप' डॉक्टरों के भरोसे छूटा स्वास्थ्य सेवाओं का संसार

झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम ज़िले के दूरदराज़ के गावों में स्वास्थ्य सेवाएं बेहिसाब ख़स्ता-हाल हैं. बुनियादी ढांचे की चुनौतियां इसे और भी अधिक जर्जर बनाती हैं. ऐसे में 'रूरल मेडिकल प्रैक्टिशनर' यानी 'झोला-छाप डॉक्टरों' को नज़रअंदाज़ करना नामुमकिन हो गया है, और स्वास्थ्य सेवाओं का सारा बोझ इंसानी भरोसे की महीन डोर पर आ टिका है

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Labani Jangi

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Shobha Shami

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Author

Jacinta Kerketta

उरांव आदिवासी समुदाय से ताल्लुक़ रखने वाली जसिंता केरकेट्टा, झारखंड के ग्रामीण इलाक़े की स्वतंत्र लेखक व रिपोर्टर हैं. वह आदिवासी समुदायों के संघर्षों को बयान करने वाली कवि भी हैं और आदिवासियों के ख़िलाफ़ होने वाले अन्यायों के विरोध में आवाज़ उठाती हैं.

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Labani Jangi

लाबनी जंगी साल 2020 की पारी फ़ेलो हैं. वह पश्चिम बंगाल के नदिया ज़िले की एक कुशल पेंटर हैं, और उन्होंने इसकी कोई औपचारिक शिक्षा नहीं हासिल की है. लाबनी, कोलकाता के 'सेंटर फ़ॉर स्टडीज़ इन सोशल साइंसेज़' से मज़दूरों के पलायन के मुद्दे पर पीएचडी लिख रही हैं.

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Shobha Shami

शोभा शमी दिल्ली में काम करने वाली एक मीडिया प्रोफ़ेशनल हैं. वह लगभग 10 सालों से देश-विदेश के अलग-अलग डिजिटल न्यूज़ रूम्स में काम करती रही हैं. वह जेंडर, मेंटल हेल्थ, और सिनेमा आदि विषयों पर विभिन्न वेबसाइट्स, ब्लॉग्स, और सोशल मीडिया प्लैटफ़ॉर्म्स पर लिखती हैं.