जब-वित्तीय-समावेशन-ने-और-बदतर-कर-दी-मूला-की-आर्थिक-हालत

Sitapur, Uttar Pradesh

May 23, 2022

जब वित्तीय समावेशन ने और बदतर कर दी मूला की आर्थिक हालत

महीनों तक उत्तरप्रदेश के ददोरा गांव में मनरेगा के लिए काम करने वाली मूला की मज़दूरी ऑनलाइन खातों और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर की भूलभुलैया में भटकती रही. इस नई व्यवस्था के कारण ग्रामीण निर्धनों की परेशानियों में भारी बढ़ोतरी हुई है

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Author

Puja Awasthi

लखनऊ की रहने वाली पूजा अवस्थी, प्रिंट और ऑनलाइन मीडिया की दुनिया की एक स्वतंत्र पत्रकार हैं, और फ़ोटोग्राफ़र हैं. उन्हें योग करना, ट्रैवेल करना, और हाथ से बनी चीज़ें काफ़ी पसंद हैं.

Translator

Prabhat Milind

प्रभात मिलिंद, शिक्षा: दिल्ली विश्विद्यालय से एम.ए. (इतिहास) की अधूरी पढाई, स्वतंत्र लेखक, अनुवादक और स्तंभकार, विभिन्न विधाओं पर अनुवाद की आठ पुस्तकें प्रकाशित और एक कविता संग्रह प्रकाशनाधीन.