लंबे समय तक पड़ने वाले सुखाड़ के अलावा, अचानक हुई मूसलाधार बारिश ने ख़रीफ़ की फ़सल पर कहर बरपाया है, जिससे महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के छोटे और सीमांत किसानों को गंभीर संकट का सामना करना पड़ रहा है. आने वाले महीनों में यह स्थिति और भी बदतर होती दिख रही है