जंगलों-के-लिए-लड़ाई-भूमि-अधिकारों-के-लिए-संघर्ष

Mumbai, Maharashtra

Mar 16, 2021

जंगलों के लिए लड़ाई, भूमि अधिकारों के लिए संघर्ष

भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने फिलहाल 16 राज्यों में दस लाख से अधिक आदिवासियों और अन्य वनवासियों को बेदख़ल करने के अपने हालिया आदेश पर रोक लगा दी है। इस बीच, वन अधिकारों के लिए संघर्ष जारी है क्योंकि खनन कंपनियां, बुनियादी ढांचे की परियोजनाएं और अन्य लोग वन भूमि पर कब्ज़ा करने की कोशिश कर रहे हैं — जो विभिन्न आदिवासी समुदायों के लिए उनका पुश्तैनी घर, उनकी आजीविका का स्रोत, उनकी सांस्कृतिक विरासत है। कुछ लोग जहां विस्थापित होने के बाद मुआवज़े का इंतज़ार कर रहे हैं, वहीं इसका विरोध करने वालों को हिंसा या कारावास का सामना करना पड़ रहा है। पारी पर ये हैं उनकी कहानियां

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Author

PARI Contributors

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Qamar Siddique

क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।