चाय-बाग़ान-की-महिला-श्रमिक-पेशाब-रोको-काम-करो

Jalpaiguri, West Bengal

Mar 24, 2023

चाय बाग़ान की महिला श्रमिक: पेशाब रोको, काम करो

पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में चाय बाग़ानों की महिला श्रमिकों के लिए हर रोज़ काम के दौरान शौचालय जैसी मूलभूत सुविधा हासिल करना भी एक चुनौती है, और उनकी सेहत पर भी ख़तरा मंडराता रहता है

Student Reporter

Adhyeta Mishra

Translator

Seet Mishra

Want to republish this article? Please write to [email protected] with a cc to [email protected]

Student Reporter

Adhyeta Mishra

अध्येता मिश्रा, कोलकाता के जादवपुर विश्वविद्यालय से तुलनात्मक साहित्य में परास्नातक की पढ़ाई कर रही हैं. उनकी दिलचस्पी जेंडर स्टडीज़ और जर्नलिज्म में भी है.

Editor

Sanviti Iyer

संविति अय्यर, पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया में बतौर कंटेंट कोऑर्डिनेटर कार्यरत हैं. वह छात्रों के साथ भी काम करती हैं, और ग्रामीण भारत की समस्याओं को दर्ज करने में उनकी मदद करती हैं.

Translator

Seet Mishra

सीत मिश्रा एक लेखक हैं, और बतौर फ्रीलांस अनुवादक भी काम करती है.