गुजरात-संक्राति-के-मौक़े-पर-आसमान-में-रंग-भरने-वाले-पतंग-निर्माता

Ahmedabad, Gujarat

Jan 13, 2022

गुजरात: संक्राति के मौक़े पर आसमान में रंग भरने वाले पतंग-निर्माता

खंभात और अहमदाबाद की पतंग बनाने वाली महिलाओं का कठोर जीवन, उनकी मेहनत से रोशन होने वाले रंग-बिरंगे आसमान के बिल्कुल विपरीत है

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Author

Pratishtha Pandya

प्रतिष्ठा पांड्या, पारी में बतौर वरिष्ठ संपादक कार्यरत हैं, और पारी के रचनात्मक लेखन अनुभाग का नेतृत्व करती हैं. वह पारी’भाषा टीम की सदस्य हैं और गुजराती में कहानियों का अनुवाद व संपादन करती हैं. प्रतिष्ठा गुजराती और अंग्रेज़ी भाषा की कवि भी हैं.

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Umesh Solanki

उमेश सोलंकी एक फोटोग्राफ़र, वृतचित्र निर्माता और लेखक हैं. उन्होंने पत्रकारिता में परास्नातक किया है और संप्रति अहमदाबाद में रहते हैं. उन्हें यात्रा करना पसंद है और उनके तीन कविता संग्रह, एक औपन्यासिक खंडकाव्य, एक उपन्यास और एक कथेतर आलेखों की पुस्तकें प्रकाशित हैं. उपरोक्त रपट भी उनके कथेतर आलेखों की पुस्तक माटी से ली गई है जो मूलतः गुजराती में लिखी गई है.

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Pratishtha Pandya

प्रतिष्ठा पांड्या, पारी में बतौर वरिष्ठ संपादक कार्यरत हैं, और पारी के रचनात्मक लेखन अनुभाग का नेतृत्व करती हैं. वह पारी’भाषा टीम की सदस्य हैं और गुजराती में कहानियों का अनुवाद व संपादन करती हैं. प्रतिष्ठा गुजराती और अंग्रेज़ी भाषा की कवि भी हैं.

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Anushree Ramanathan and Rahul Ramanathan

अनुश्री रामनाथन और राहुल रामनाथन, अहमदाबाद के आनंद निकेतन स्कूल (सैटेलाइट) में पढ़ते हैं. अनुश्री कक्षा 7 की छात्रा हैं और राहुल कक्षा 10 में हैं. उन्हें पारी की तमाम स्टोरी का इलस्ट्रेशन करना बहुत पसंद है.

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Pratima

प्रतिमा एक काउन्सलर हैं और बतौर फ़्रीलांस अनुवादक भी काम करती हैं.