गालियों व उत्पीड़न के बावजूद मंडलियों में नाचतीं महिला कलाकार
ग्रामीण महाराष्ट्र में सक्रिय मंगला बनसोडे की तमाशा मंडली की महिला नर्तकियों के लिए यह काम स्थिर आय का ज़रिया है, लेकिन उन्हें यौन उत्पीड़न, बेहद थकाऊ कार्यक्रमों, निजता के अभाव, और यहां तक कि बीच सफ़र के दौरान बच्चे को जन्म देने जैसी मुश्किलों से भी दो-चार होना पड़ता है
पुणे में रहने वाली विनया कुर्तकोटी एक कॉपी एडिटर और स्वतंत्र पत्रकार हैं. वह कला और संस्कृति से जुड़े विषयों पर लिखती हैं.
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Satyam Sharma
सत्यम शर्मा, एक कॉर्पोरेट कम्युनिकेशंस प्रोफ़ेशनल हैं और उन्हें पेड़-पौधे उगाने व कुकिंग में दिलचस्पी है. हिन्दी और अंग्रेज़ी भाषाओं के प्रति प्रेम के चलते उन्हें अनुवाद करना पसंद है.