कोविड-19 के कारण 25 मार्च से शुरू हुए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन ने लाखों आम भारतीयों — प्रवासी मज़दूरों, किसानों, गन्ने की कटाई करने वालों, आदिवासियों, दलितों, सफ़ाई कर्मियों, निर्माण स्थलों पर काम करने वाले मज़दूरों, शहर के फुटपाथों पर रहने वाले कैंसर रोगियों, ईंट भट्ठा पर काम करने वाले मज़दूरों, ख़ानाबदोश चरवाहों और अन्य को संकट में डाल दिया है। एक ओर जहां बहुत से लोगों के पास कोई काम, आय या भोजन नहीं बचा है, वहीं कई लोग बेहद ख़तरनाक परिस्थितियों में भी काम करना जारी रखे हुए हैं। उनके बारे में देशभर से पारी की इन रिपोर्टों को पढ़ें