कॅप्टन-भाऊ-और-तूफान-सेना

Satara, Maharashtra

Sep 30, 2016

कैप्टन भाऊ: तूफ़ान सेना के तूफ़ानी क्रांतिकारी

94 साल की उम्र में भारत की स्वतंत्रता के संघर्ष के भुला दिए गए नायक, ब्रिटिश राज के ख़िलाफ़ सबसे अपने सबसे बड़े कारनामे की जगह पर लौटते हैं, जिसमें उन्होंने साल 1943 में महाराष्ट्र के सतारा में समानांतर सरकार की स्थापना की थी

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Author

P. Sainath

पी. साईनाथ, पीपल्स ऑर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के संस्थापक संपादक हैं. वह दशकों से ग्रामीण भारत की समस्याओं की रिपोर्टिंग करते रहे हैं और उन्होंने ‘एवरीबडी लव्स अ गुड ड्रॉट’ तथा 'द लास्ट हीरोज़: फ़ुट सोल्ज़र्स ऑफ़ इंडियन फ़्रीडम' नामक किताबें भी लिखी हैं.

Translator

Pallavi Kulkarni

पल्लवी कुलकर्णी मराठी, हिन्दी और अंग्रेज़ी अनुवादक हैं.