कातकरियों-की-पीठ-पर-जलने-वाले-तंदूर

Raigad, Maharashtra

Feb 24, 2019

कातकरियों की पीठ पर जलने वाले तंदूर

महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के कातकरी आदिवासी, भूमिहीन होने और काम के अभाव की वजह से हर साल 7-8 महीने के लिए कोयला भट्ठियों में काम करने चले जाते हैं। वहां, वे कम मज़दूरी पर घंटों कठिन काम करते हैं और अक्सर उन्हें पैसे भी नहीं मिलते

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Author

Karishma V.

करिश्मा वी. अप्रैल 2017 से रायगढ़ जिले में मुख्यमंत्री के ग्रामीण विकास फेलो के रूप में काम कर रही हैं। उनकी रुचि के क्षेत्र हैं आदिवासी विकास और महिला सशक्तिकरण।

Translator

Qamar Siddique

क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।