औज़ारों-की-कमी-से-जूझते-श्रीनगर-के-पुर्ज़गर

Srinagar, Jammu and Kashmir

May 11, 2023

औज़ारों की कमी से जूझते श्रीनगर के पुर्ज़गर

पुर्ज़गर, पश्मीना शॉलों से गाठें निकालने का काम करते हैं, ताकि वे चिकने और ख़ूबसूरत दिखें. इस काम के लिए वे लोहे के एक तेज़ धार वाले औज़ार का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन श्रीनगर में लोहारों की मौजूदगी न के बराबर होने के कारण इन औज़ारों की मरम्मत और निर्माण का काम मुश्किल होता जा रहा है

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Author

Muzamil Bhat

मुज़मिल भट, श्रीनगर के स्वतंत्र फ़ोटो-पत्रकार व फ़िल्मकार हैं, और साल 2022 के पारी फ़ेलो रह चुके हैं.

Editor

Dipanjali Singh

दीपांजलि सिंह, पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया में सहायक संपादक हैं. वह पारी लाइब्रेरी के लिए दस्तावेज़ों का शोध करती हैं और उन्हें सहेजने का काम भी करती हैं.

Translator

Prabhat Milind

प्रभात मिलिंद, शिक्षा: दिल्ली विश्विद्यालय से एम.ए. (इतिहास) की अधूरी पढाई, स्वतंत्र लेखक, अनुवादक और स्तंभकार, विभिन्न विधाओं पर अनुवाद की आठ पुस्तकें प्रकाशित और एक कविता संग्रह प्रकाशनाधीन.