उत्तर-प्रदेश-पुरुष-नसबंदी-तो-कोई-विकल्प-ही-नहीं

Varanasi, Uttar Pradesh

Jan 10, 2022

उत्तर प्रदेश: पुरुष नसबंदी तो कोई विकल्प ही नहीं

उत्तर प्रदेश के वाराणसी ज़िले की मुसहर महिलाओं के पास बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच न होना उन्हें और हाशिए पर ढकेलता है. साथ ही, समुदाय के जातिगत उत्पीड़न का इतिहास उनके अधिकारों को और सीमित कर देता है

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Author

Jigyasa Mishra

जिज्ञासा मिश्रा, उत्तर प्रदेश के चित्रकूट ज़िले की एक स्वतंत्र पत्रकार हैं.

Illustration

Jigyasa Mishra

जिज्ञासा मिश्रा, उत्तर प्रदेश के चित्रकूट ज़िले की एक स्वतंत्र पत्रकार हैं.

Translator

Amit Kumar Jha

अमित कुमार झा एक अनुवादक हैं, और उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की है.

Editor

Pratishtha Pandya

प्रतिष्ठा पांड्या, पारी में बतौर वरिष्ठ संपादक कार्यरत हैं, और पारी के रचनात्मक लेखन अनुभाग का नेतृत्व करती हैं. वह पारी’भाषा टीम की सदस्य हैं और गुजराती में कहानियों का अनुवाद व संपादन करती हैं. प्रतिष्ठा गुजराती और अंग्रेज़ी भाषा की कवि भी हैं.

Series Editor

Sharmila Joshi

शर्मिला जोशी, पूर्व में पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के लिए बतौर कार्यकारी संपादक काम कर चुकी हैं. वह एक लेखक व रिसर्चर हैं और कई दफ़ा शिक्षक की भूमिका में भी होती हैं.