आशा-कार्कर्ताओं-की-लॉकडाउन-में-कड़ी-मेहनत

Osmanabad, Maharashtra

Sep 10, 2020

लॉकडाउन के बीच आशा कार्यकर्ताओं की निस्वार्थ मेहनत

महाराष्ट्र के उस्मानाबाद ज़िले की आशा कार्यकर्ता, अग्रिम पंक्ति की स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के रूप में अपने पहले के काम के बोझ के साथ-साथ, और ख़राब सुरक्षा उपकरण और देर से मिलने वाले मानदेय के बावजूद, कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए दिन-रात काम कर रही हैं

Want to republish this article? Please write to [email protected] with a cc to [email protected]

Author

Ira Deulgaonkar

इरा देउलगांवकर साल 2020 की पारी इंटर्न हैं. वह पुणे के सिंबायोसिस स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स में अर्थशास्त्र की छात्रा हैं.

Translator

Qamar Siddique

क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।