आधारः-व्यवस्था-की-जीत-जनता-की-हार

Jul 16, 2018

आधारः व्यवस्था की जीत, जनता की हार

पारी पर स्टोरीज़ की श्रंखला की कैसे जनता को राशन, विकलांगता पेंशन, मनरेगा मज़दूरी, छात्रवृत्ति आदि देने से केवल इसलिए मना कर दिया गया, क्योंकि यूआईडीएआई ने उनके नाम की वर्तनी ग़लत लिख दी थी, उनके बायोमेट्रिक्स मेल नहीं खा रहे थे, और इसी प्रकार की अन्य ख़राबियां थीं

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Author

PARI Contributors

Translator

Qamar Siddique

क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।