वाराणसी के मज़दूरों के लिए अब मनरेगा कोई विकल्प नहीं
इस निर्वाचन क्षेत्र की जनता ने नरेंद्र मोदी को दो बार चुना, लेकिन महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी अधिनियम के तहत राज्य वित्तपोषित कार्यों की कमी के कारण लोगों को सिर्फ़ निराशा हाथ लगी है
आकांक्षा कुमार, दिल्ली की एक मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट हैं और ग्रामीण इलाक़ों से जुड़े मामलों, मानवाधिकार, अल्पसंख्यकों के मुद्दों, जेंडर और सरकारी योजनाओं पर आधारित रिपोर्टिंग करती हैं. उन्हें 2022 में मानवाधिकार और धार्मिक स्वतंत्रता पत्रकारिता पुरस्कार से नवाज़ा गया था.
Editor
Priti David
प्रीति डेविड, पारी की कार्यकारी संपादक हैं. वह मुख्यतः जंगलों, आदिवासियों और आजीविकाओं पर लिखती हैं. वह पारी के एजुकेशन सेक्शन का नेतृत्व भी करती हैं. वह स्कूलों और कॉलेजों के साथ जुड़कर, ग्रामीण इलाक़ों के मुद्दों को कक्षाओं और पाठ्यक्रम में जगह दिलाने की दिशा में काम करती हैं.
Translator
Amit Kumar Jha
अमित कुमार झा एक अनुवादक हैं, और उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की है.