हालात ने जिसका घर छीना वह अपने हुनर से बनाता है घरों के डिज़ाइन
मध्य प्रदेश के करोली गांव के रहने वाले 19 वर्षीय जयपाल चौहान अपने अभ्यास और हुनर के बूते काग़ज़ और गोंद की मदद से इमारतों के मॉडल बनाते हैं. यह सब वह अपने उस घर की धुंधली होती हुई स्मृतियों के साए में करते हैं, जिस घर में वह पैदा हुए थे; वह घर जो ओंकारेश्वर बांध से उठे सैलाब में डूब गया था
निपुण प्रभाकर, कच्छ, भोपाल, और दिल्ली में काम करने वाले डाक्यूमेंट्री फ़ोटोग्राफ़र हैं. वह एक प्रशिक्षित आर्किटेक्ट भी हैं और बड़े पैमाने पर स्थानीय समुदायों के साथ काम करते हैं.
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Surya Prakash
सूर्य प्रकाश एक कवि और अनुवादक हैं. वह दिल्ली विश्वविद्यालय से हिन्दी साहित्य में पीएचडी लिख रहे हैं.