यूपी-की-आशा-कार्यकर्ता-हमें-मुफ़्त-का-नौकर-समझ-रखा-है-क्या

Lucknow, Uttar Pradesh

Mar 14, 2022

यूपी की आशा कार्यकर्ता: ‘हमें मुफ़्त का नौकर समझ रखा है क्या?’

आशा कार्यकर्ताओं को बिना किसी लिखित आदेश के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का जोखिम भरा काम सौंप दिया गया था, जिसने एक बार फिर उत्तर प्रदेश की ज़्यादा काम के बदले कम वेतन पाने वाली इन आशा कार्यकर्ताओं को असुरक्षा और मुश्किल हालात में ढकेल दिया

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Author

Jigyasa Mishra

जिज्ञासा मिश्रा, उत्तर प्रदेश के चित्रकूट ज़िले की एक स्वतंत्र पत्रकार हैं.

Translator

Shobha Shami

शोभा शमी दिल्ली में काम करने वाली एक मीडिया प्रोफ़ेशनल हैं. वह लगभग 10 सालों से देश-विदेश के अलग-अलग डिजिटल न्यूज़ रूम्स में काम करती रही हैं. वह जेंडर, मेंटल हेल्थ, और सिनेमा आदि विषयों पर विभिन्न वेबसाइट्स, ब्लॉग्स, और सोशल मीडिया प्लैटफ़ॉर्म्स पर लिखती हैं.