महानता-का-साम्राज्य-और-हंसी-को-कटघरे-में-खड़ा-करती-पुलिस

Bengaluru, Karnataka

Dec 08, 2021

महानता का साम्राज्य और हंसी को कटघरे में खड़ा करती पुलिस

हाल-फ़िलहाल में प्रशासन की तरफ़ से कई स्टैंड-अप कॉमेडियन और कुछ अन्य कलाकारों के शो रद्द कर दिए गए. ऐसे हर मामले में प्रशासन की तरफ़ से क़ानून-व्यवस्था के बिगड़ने की संभावना का हवाला देते हुए ऐसा क़दम उठाया गया. प्रस्तुत है कला-रूपों की वजह से क़ानून-व्यवस्था पर मंडराते ‘कथित’ ख़तरे की इन तमाम घटनाओं से प्रेरित होकर लिखी गई एक कविता

Poem and Text

Gokul G.K.

Translator

Surya Prakash

Illustrations

Labani Jangi

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Poem and Text

Gokul G.K.

गोकुल जीके, केरल के तिरुवनंतपुरम के एक स्वतंत्र पत्रकार हैं.

Illustrations

Labani Jangi

लाबनी जंगी साल 2020 की पारी फ़ेलो हैं. वह पश्चिम बंगाल के नदिया ज़िले की एक कुशल पेंटर हैं, और उन्होंने इसकी कोई औपचारिक शिक्षा नहीं हासिल की है. लाबनी, कोलकाता के 'सेंटर फ़ॉर स्टडीज़ इन सोशल साइंसेज़' से मज़दूरों के पलायन के मुद्दे पर पीएचडी लिख रही हैं.

Translator

Surya Prakash

सूर्य प्रकाश एक कवि और अनुवादक हैं. वह दिल्ली विश्वविद्यालय से हिन्दी साहित्य में पीएचडी लिख रहे हैं.