मुश्किलों के कोलाहल में मद्धम पड़ रही है ज़िंदगी की धुन
महाराष्ट्र के कोडोली गांव के मास्टर शिल्पकार और संगीतकार दिनकर आइवले, बांसुरी बनाने का हुनर साधने में अपनी ज़िंदगी के 1.5 लाख घंटे ख़र्च कर चुके हैं; लेकिन, लॉकडाउन और अन्य मुश्किलों के कारण शिल्प और संगीत, दोनों ही चुनौतियों का सामना कर रहे हैं