लॉकडाउन में अशक्तता, सामाजिक कलंक से स्वास्थ्यकर्मियों के प्रभावित होने के कारण केवल 40 प्रतिशत स्टाफ़ की उपस्थिति, और वित्तीय समस्याओं के बावजूद, इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ के सिपाही अपना काम जारी रखे हुए हैं
रितायन मुखर्जी, कोलकाता के फ़ोटोग्राफर हैं और पारी के सीनियर फेलो हैं. वह भारत में चरवाहों और ख़ानाबदोश समुदायों के जीवन के दस्तावेज़ीकरण के लिए एक दीर्घकालिक परियोजना पर कार्य कर रहे हैं.
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Qamar Siddique
क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।