पटना के झोपड़पट्टी में रहे वाला जवान लइकी लोग के बंद पड़ल सुलभ शौचालय, लमहर दूरी पर ब्लॉक, परदा लागल ट्रेन के छोट-छोट डिब्बा जइसन खोली, नहाए आउर सेनेटरी पैड बदले खातिर एकांत के कमी, रात के शौच खातिर रेल पटरी पर जाए के मजबूरी जइसन बहुते परेसानी उठावे के पड़ता
प्रियंका बोरार नया मीडिया के कलाकार हई. उहां अर्थ आउर अभिव्यक्ति के नया रूप खोजे खातिर तकनीक संगे प्रयोग करेनी. सीखे आउर खेले खातिर अनुभव के डिज़ाइन करेनी. संवादमूलक मीडिया पर हाथ आज़मावेली, आउर पारंपरिक क़लम आ कागज़ संगे भी सहज महसूस करेनी.
Editor and Series Editor
Sharmila Joshi
शर्मिला जोशी पीपुल्स आर्काइव ऑफ रूरल इंडिया के कार्यकारी संपादक रह चुकल बाड़ी. उहां के लेखिका बानी आ बीच-बीच में टीचिंग के भी काम करेनी.