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Chennai, Tamil Nadu

Dec 18, 2024

दुखवा मो का से कहूं!

एगो फोटोग्राफर माथ पर मैला ढोवे वाला मजूरन के मौत आ ओकरा बाद के स्थिति के कहानी फोटो में उतार रहल बा

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Author

M. Palani Kumar

एम. पलानी कुमार पीपुल्स आर्काइव ऑफ रूरल इंडिया के स्टाफ फोटोग्राफर बानी. उहां के मेहरारू मजूर आउर हाशिया पर रहे वाला लोग के जिनगी पर डॉक्यूमेंट्री बनावे में दिलचस्पी बा. पलानी के साल 2020 में सम्यक दृष्टि आउर फोटो साउथ एशिया अनुदान आ साल 2021 में एम्पलीफाई अनुदान मिलल रहे. एकरा बाद साल 2022 में उहां के पहिल दयानिता सिंह-पारी डॉक्यूमेंट्री फोटोग्राफी अवार्ड से नवाजल गइल. पलानी तमिलनाडु के मैला ढोवे वाली मजूरन पर, तमिल में बनल डॉक्यूमेंट्री 'कक्कूस' (शौचालय) के सिनेमाटोग्राफर भी रह चुकल बानी.

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पारी डेस्क, संपादन के धुरी बा. टीम देस भर के पत्रकार, शोधकर्ता, फोटोग्राफर, फिल्मकार आउर अनुवादक संगे काम करेला. डेस्क पारी ओरी से छपल कहानी, वीडियो, ऑडियो आउर शोध रिपोर्ट करे आउर छापे में सहयोग करेला आउर ओकर प्रबंधनो देखेला.

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Vimal Chandra Pandey

विमल चंद्र मुंबई में रहे वाला एगो पत्रकार, फिल्मकार आउर अनुवादक बानी. सूचना के अधिकार आंदोलन से एगो कार्यकर्ता के रूप में जुड़ल विमल हिंदी अखबार नवभारत टाइम्स, मुंबई में भोजपुरी स्तंभ ‘माटी के पाती’ खातिर नियमित लिखेनी.

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राजासंगीतन चेन्नई स्थित लेखक बानी. उहां के तमिल के प्रमुख खबरिया चैनल खातिर बतौर पत्रकार काम करेनी.