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Vaishali, Bihar

Feb 05, 2025

'अब रेडियो कौन सुनता है!'

बिहार के वैशाली ज़िले की एक दलित वृद्धा का मानना है कि बजट अमीरों का शगल है. उन्हें सरकार से बस नियमित आजीविका की उम्मीद है

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Author

Umesh Kumar Ray

उमेश कुमार राय साल 2025 के पारी-तक्षशिला फ़ेलो हैं, और साल 2022 में पारी फ़ेलो रह चुके हैं. वह बिहार के स्वतंत्र पत्रकार हैं और हाशिए के समुदायों से जुड़े मुद्दों पर लिखते हैं.

Editor

P. Sainath

पी. साईनाथ, पीपल्स ऑर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के संस्थापक संपादक हैं. वह दशकों से ग्रामीण भारत की समस्याओं की रिपोर्टिंग करते रहे हैं और उन्होंने ‘एवरीबडी लव्स अ गुड ड्रॉट’ तथा 'द लास्ट हीरोज़: फ़ुट सोल्ज़र्स ऑफ़ इंडियन फ़्रीडम' नामक किताबें भी लिखी हैं.

Translator

Prabhat Milind

प्रभात मिलिंद, शिक्षा: दिल्ली विश्विद्यालय से एम.ए. (इतिहास) की अधूरी पढाई, स्वतंत्र लेखक, अनुवादक और स्तंभकार, विभिन्न विधाओं पर अनुवाद की आठ पुस्तकें प्रकाशित और एक कविता संग्रह प्रकाशनाधीन.