‘ट्रांस मछुआरन संगे समुंदर किनारे केहू भेद ना करे’
तमिलनाडु के मनीषा ट्रांस मेहरारू बाड़ी आउर मछरी के बिजनेस करेली. मछरी बेचे से लेके एकरा नीलाम करे, लादे, नीमक लगावे, सुखावे के काम करेली. पहिले कोविड, ओकरा बाद पर्स-सीन जाल पर रोक से उनकर धंधा चौपट हो गइल. बाकिर पइसा उधार लेके ऊ आपन नइया डूबे से अबले बचवले बाड़ी
नित्या राव, यूके के नॉर्विच में यूनिवर्सिटी ऑफ़ ईस्ट एंग्लिया में जेंडर ऐंड डेवेलपमेंट पढ़ावेली. उहां के महिला अधिकारों, रोज़गार आ शिक्षा के क्षेत्र में शोधकर्ता, शिक्षक, आउर एक्टिविस्ट के तौर पर तीन दशकन से जादे बखत से बड़हन रूप से काम करत बानी.
Photographs
M. Palani Kumar
एम. पलानी कुमार पीपुल्स आर्काइव ऑफ रूरल इंडिया के स्टाफ फोटोग्राफर बानी. उहां के मेहरारू मजूर आउर हाशिया पर रहे वाला लोग के जिनगी पर डॉक्यूमेंट्री बनावे में दिलचस्पी बा.
पलानी के साल 2020 में सम्यक दृष्टि आउर फोटो साउथ एशिया अनुदान आ साल 2021 में एम्पलीफाई अनुदान मिलल रहे. एकरा बाद साल 2022 में उहां के पहिल दयानिता सिंह-पारी डॉक्यूमेंट्री फोटोग्राफी अवार्ड से नवाजल गइल. पलानी तमिलनाडु के मैला ढोवे वाली मजूरन पर, तमिल में बनल डॉक्यूमेंट्री 'कक्कूस' (शौचालय) के सिनेमाटोग्राफर भी रह चुकल बानी.
Editor
Shaoni Sarkar
शावनी सरकार, कोलकाता के एगो स्वतंत्र पत्रकार बानी.